संस्कारों का महत्त्व –
मानव-जीवन की उन्नति में संस्कारों का विशिष्ट महत्त्व है। मानव की शारीरिक, मानसिक तथा आत्मिक उन्नति के लिए जन्म से लेकर मृत्युपर्यन्त भिन्न-भिन्न समय पर संस्कारों की व्यवस्था प्राचीन ऋषि-मुनियों ने बहुत ही सुन्दर ढंग से की है । संस्कारों से ही मानव को द्विज बनने का अधिकार मिलता है । महर्षि मनु ने इस विषय में बहुत ही सत्य लिखा है-