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परोपकारिणी सभा, महर्षि दयानंद की उत्तराधिकारिणी सभा है. महर्षि दयानंद जी ने अपना धन, वस्त्र, पुस्तक, यंत्रालय आदि परोपकारिणी सभा को सौंप दिए थे. इस सभा की स्थापना महर्षि ने की थी, उन्होंने इस सभा के 3 उद्देश्य रखे थे.
#1 आर्ष साहित्य का प्रकाशन द्वारा प्रसार
#2 विश्व में वैदिक धर्म का प्रचार
#3 दीन अनाथ जनों की रक्षा
वर्तमान उद्देश्य – गुरु महर्षि दयानंद के उद्देश्य को पूर्ण करना.
परोपकारिणी सभा अजमेर में महर्षि दयानंद सरस्वती के प्रायः सभी ग्रंथो की मूल प्रतियाँ है.
मुझे चारों वेदों की आवश्यकता है।कृपया भेजने की कृपा करें।साथ ही क्या आप के प्रकाशन से सूक्त संग्रह प्रकाशित होती है, तो भेजने का कष्ट करें।
आचार्य आदित्य कुमार, धनुर्विद्या प्रशिक्षक
प्राचीन अध्यापक आवास, संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, जगत गंज, वाराणसी, पिन-221002 उ.प्र.,मो.नं.08858445444